जैसा की आप सब जानते है की हल में हुए बिहार चुनाव में RJD बहुमत से कुछ सीटें दूर रह गयी और सरकार बनाने में बिफल रही थी वही NDA महागठबंधन को 125 सीटें आयी थी और वो सरकार बनाने में सफल हुए लेकिन तेजश्वी यादव ने हर नहीं मानी है.
बता दे की नितीश कुमार ने जहा मुख्यमंत्री पद की सपथ ली वही उनकी पार्टी और उनके सहयोगी पार्टियों को मिलकर 14 लोगो ने मंत्री पद की सपथ ली थी उमसे से एक डॉक्टर मेवालाल चौधरी थे जिनको शिक्षामंत्री बनाया गया था लेकिन मंत्री बनने के 2 घंटे बाद ही उनको इस्तीफा देना पड़ गया.
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आपको बता दे की मेवालाल चौधरी पर कृषि विश्विद्यालय में कुलपति रहते भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और लगातार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस मुद्दे को मुखर हो कर उठा रहे थे. जिसका परिणाम है की मेवालाल चौधरी को आखिरकार इस्तीफा देना ही पड़। मेवालाल चौधरी के इस्तीफे को जहा रज्ड अपनी जीत बता रही है तो वही सत्ता पक्छ इसे राजनितिक सुचिता का उदाहरण बता रही है.
मगर अब सवाल ये उठता है की सत्ता पक्छ अगर इसे राजनितिक सुचिता बता रहा है तो ये सुचिता पद और गोपनीयता की सपथ दिलाने से पहले सोचना चाहिए था, जब उनसे इस्तीफा लेना ही था तो मंत्री बनाया ही क्यों, माना तो ये भी जा रहा है की मेवालाल को मंत्री इसलिए बनाया गया था क्यों की वो नितीश के बहुत ही करीबी है.
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मेवालाल चौधरी ने खुद भी कबूल किया है की मै नहीं चाहता था की नितीश कुमार के छबि पर कोई बुरा असर पड़े इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है.
मेवालाल के इफ्तिफे पर अब आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव का भी मजेदार रिएक्शन सामने आया है. जिसमे उन्होंने अपने छोटे भाई तेजश्वी यादव को की प्रसंसा करते हुए ट्वीट कर लिखा की वह मेरे खिलाडी पहली बल पर ही मजबूत बिकेट को " बैक टू पवेलियन कर दिया.
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