आजमगढ़: मुलायम सिंह यादव के संसदीय छेत्र आजमगढ़ में एक बार फिर से सपा ने अपना दम दिखा दिया है । हॉल ही में आजमगढ़ की सदर में जिला पंचयत अध्यच पद के लिए प्रमोद यादव ने अबिस्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी जिसमे अधिकारियो ने आज की तारीख मुकमल की थी। माना जा रहा था की प्रमोद यादव भाजपा के पूर्व संसद रमाकांत यादव के सहयोग से जिला पंचयत अध्यच की कुर्सी जित लेंगे लेकिन सूत्रों की मने तो रमाकांत यादव ने ऐन वक्त पर प्रमोद का साथ छोड़ सपा का साथ दिया है ।
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माना जा रह था की प्रमोद का जितना पक्का है क्यों की वर्तमान के जिला पंचयत अध्यच मीरा यादव के ससुर हवलदार यादव ने रमाकांत यादव को सड़क निर्माण की देरी केलिए जिम्मेदार ठहराया था। जिससे ये साफ था की रमाकांत यादव प्रमोद का साथ देंगे। लेकिन माना ये जा रहा है की बहुबली मुन्ना भी प्रमोद के साथ थे बता दे की मुन्ना और रमाकांत की आपस में 36 का आकड़ा है वही दुर्गा प्रसाद यादव और रमाकांत की आपस में अछि बनती है सायद इसी लिए रमाकांत यादव ने प्रमोद का साथ छोड़ सपा का साथ दिया ।
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आज मंगलवार को नेहरू हल पर गहमा गहमी रही लेकिन कोई भी पार्टी वहा नहीं पहुंची अधिकारियो ने काफी देर तक इंतजार करने के बाद प्रमोद यादव से फ़ोन पर बात करके पूछा तो प्रमोद यादव ने कहा की पूर्व संसद ने धोखा दे दिया जब अब हमारे पास अकड़ा ही नहीं है तो आने का क्या फायदा हम वाकआउट करते है ।
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कुछ देर बाद ही प्रमोद यादव ने बिज्ञप्ति जारी कर दिया जारी बिज्ञप्ति में प्रमोद यादव ने कहा की राजनीती में हमारे बड़े नेताओं ने परिवारवाद और पुत्रमोह में इस कदर हावी है की वो सामान्य परिवार के नवजवान को आगे नहीं बढ़ना देना चाहते है। प्रमोद ने कहा की मुझे बड़े नेताओं ने आगे कर के बलि का बकरा बनाया ताकि आगामी चुनाव में उनका रास्ता साफ़ हो जाये।
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हालाँकि प्रमोद यादव आज कुछ भी कहे लेकिन ये वही प्रमोद यादव है जो अपने सवर्थ के लिए पहले तो 8 बार से MLA रहे अपने चाचा दुर्गा प्रसाद यादव जो सपा से MLA है चुनाव के ऐन मौके पर उनको हारने के लिए बगावत कर बसपा के बाहुबली मुन्ना का साथ दिया था। और आज 6 महीने बाद ही वो भाजपा के समर्थन से अबिस्वास प्रस्ताव लाने की कवायद की थी और उनको मुँह की खानी पड़ी ।
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Samajwadi party Zindabaad
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