टेक्नोलॉजी अब अपने अगले पड़ाव की ओर अग्रसर हो चूका है, अब टेक्नोलॉजी की परिभाषा मोबाइल, टीवी तक ही सिमित नहीं रह गयी है, इसकी जगह अब इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स (Internet of Things) ने ले ली है।
आईये जानते है की आखिर इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स है क्या? कैसे यह टेक्नोलॉजी का भबिष्य हो सकता है?
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स नेटवर्किंग को कहा जाता है इस नेटवर्किंग सिस्टम में आपके उपयोग के सभी गैजेट एक दूसरे से कनेक्ट होते है, यह टेक्नोलॉजी आज के दौर में काफी कामगर साबित हो रही है, यह टेक्नोलॉजी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनती है, आईये जानते है एक उद्धरण के दवारा.
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बता दे की इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स के अंतर्गत आपका एक डिवाइस आपके घर, किचेन, आदि में मौजूद गैजेट को कमांड देता है इस तरह से एक डिवाइस को इंटरनेट से लिंक करके बाकि डिवाइसेज से अपने अनुसार कुछ भी कार्य करवाया जा सकता है, जैसे की एक कार बिमा कंपनी अपने पालिसी धारकों को सेंसर के माध्यम से किसी ऐसे छेत्र में बढ़ने से रोक या चेतावनी दे सकती है जहा कोई आपदा होने वाली हो।
IOT के अंतर्गत कौन-सी गैजेट आते है:
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स की सहायता से आप सिक्योरिटी, गार्डनिंग, म्यूजिक ऑटोमोबाइल, किचन, सभी गैजेट को एक साथ कनेक्ट कर के ेदक साथ कई काम कर सकते है।
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स के लिए ऍप्लिकेशन्स
स्मार्ट होम
बियरेबल्स
स्मार्ट सिटीज
कनेक्टेड कार्स
इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स डिवाइसेस और उदहारण:
अमेज़न इको- स्मार्ट होम्स
फ़िटबिन वन - बियरेबल्स
बार्सिलोना - स्मार्ट सिटी
एस्ट्रम AL 150 लॉक - सिक्योरिटी
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