जैसा की आप सब जानते है 2022 में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने है , विधानसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है. इस बीच शुक्रवार को बसपा और कांग्रेस को झटका देते हुए उसके कुछ नेता सपा में शामिल हो गए हैं. इसमें पूर्व मंत्री आरके चौधरी समेत करीब दो दर्जन बसपा और कांग्रेस के नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली. आरके चौधरी बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल माने जाते हैं. बसपा से आरके चौधरी कांग्रेस में शामिल हुए थे.
बता दे की दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शपथ दिलाई. इसमें आरके चौधरी के साथ अन्य नेता शामिल रहे. आरके चौधरी के साथ पूर्व विधायक कालीचरण राजभर और पूर्व आईपीएस अधिकारी गुरबचन लाल को समाजवादी पार्टी में शामिल कराया गया है. कालीचरन राजभर गाजीपुर जिले के जहूराबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से 2007 में 15वीं विधानसभा में बसपा से विधायक थे. आरके चौधरी के अलावा पूर्व मंत्री जय नारायण तिवारी सुल्तानपुर, पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह वाराणसी, पूर्व आईपीएस हरीश कुमार, विद्या चौधरी पूर्व विधायक बसपा समेत अन्य दलों के कई नेता सपा में शामिल हुए हैं. समाजवादी पार्टी ने दूसरे दलों के साथ प्रभावशाली लोगों को पार्टी में शामिल कराने की शुरुआत कर दी है.
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इन नेताओं को सदस्यता दिलाने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के दिन अब पूरे हो चुके हैं. 2022 में यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि उन्नाव में लगातार महिला के खिलाफ अपराध हो रहे हैं.
किसानो के समर्थन में उन्होंने कहा प्रदेश सरकार को ट्रैक्टर से नाराजगी है. यहां पर किसानों को फसलों की कीमत नहीं मिल रही है. हर सरकारी चीज बेची जा रही है. पुलिस को खुली छूट देने का नतीजा है कि पुलिस अभिरक्षा में लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों के सामने संकट पैदा कर दिया है. भाजपा ने जो कहा था जब करने का समय आया तो ऐसा कानून बना दिया इससे पूरी खेती-किसानी संकट में चली जाएगी.
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