हिंदुस्तान शिखर समागम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस बेबाकी से अपनी बात रखी उससे देखने को मिल रहा था की हर कोई अखिलेश की बातो से कही न कही इत्तेफाक रखते है, तालियों की गड़गड़ाहट ये बता रही थी की अखिलेश के प्रति लोगो का उत्शाह बढ़ रहा है।
अखिलेश के आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मिराज, सुखोई एयरक्राफ्ट
पत्रकार ने जब अखिलेश से सवाल किया की जब आप सायकिल लेकर निकले थे मायावती के राज में एक्सप्रेसवे पे आपको जाने से रोका गया बाद में आपने ही उसका उद्घाटन किया तो जबाब में अखिलेश यादव ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा की मैंने काम से कम् उद्घाटन किये हुए काम का उद्घाटन नहीं किया। आज के मुख्यमंत्री तो समाजवादियों के राज में उद्घाटन किये गए कार्यो का उद्घाटन कर रहे है, कुछ नया किया हो तो आप बता दो।
पढ़े: पिता मुलायम का साथ पाकर अखिलेश ने बिरोधियो को दी खुली चुनौती
एक सवाल का जबाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा की हमारे राज में आप साढ़े पांच मुख्यमंत्री बताते थे इस सरकर में आठ मुख्यमंत्री ' एक मुख्यमंत्री, दो उपमुख्यमंत्री, दो बोलने वाले मुख्यमंत्री, दो घूमने वाले मुख्यमंत्री, एक दिल्ली से निर्देश देने वाले मुख्यमंत्री है आपने कभी चलाया, हिम्मत है तो चला कर दिखावो, सायद आप नहीं चलाओगे क्यों की हो सकता है की ऊपर से आपको नोटिस आ जाये।
पढ़े: किसका होगा गुजरात?
जब पत्रकार ने कहा की नोटबंदी के बाद ही आपकी हर हुए है तो नोटबंदी गलत कैसे थी, जबाब देते हुए अखिलेश यादव ने कहा की उस समाया गरीब ये सोचा की बड़े लोगो का कला धन बर्बाद हो जायेगा लईकिन आज हर कोई जान चूका है, जीसटी के बाद बयपारियों का क्या हल है उनसे पता कर लो सायद यहाँ लोग नहीं बतायेगे क्यों की उनको इन्कमटेक्स का नोटिस आ जायेगा लेकिन आप कैमरा हटा कर पीछे एक एक लोगो से बात कर लो पता चल जायेगा, इसके बाद लोगो का जो रिएक्शन था उससे तो साफ था जीसटी से बयपारी वर्ग परेशान है।
0 Comments