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तेजस्वी यादव को नौवीं फेल कहने पर BJP आरसीपी सिंह ने प्रशांत किशोर को तीखी आलोचना की है

बताते चलें कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार में अपनी पदयात्रा के दौरान भाषण में लालू यादव के परिवार पर काफी हमला बोलते हैं और तेजस्वी को नौवीं फेल बताते हैं। प्रशांत तेजस्वी यादव को कई बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की गणना कैसे होती है, बताने की खुली चुनौती दे चुके हैं।



भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को बार-बार नौवीं फेल कहने के लिए जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की तीखी आलोचना की है। आरसीपी सिंह के नाम से मशहूर भाजपा नेता का तेजस्वी यादव के बचाव में बयान देना बिहार की राजनीति में नए चर्चा को जन्म दे सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी नौकरशाह रहे आरसीपी सिंह को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का अध्यक्ष भी बनाया गया था लेकिन आगे बीजेपी से नजदीकी के आरोप में पार्टी में किनारे लगा दिए गए थे। बाद में वो भाजपा में शामिल हो गए थे।

आरसीपी सिंह ने मीडिया से कहा, “कोई नेता, किसी भी दल का हो, चाहे प्रधानमंत्री की बात करते हों, मुख्यमंत्री की बात करते हैं, उनकी योग्यता पर आप क्या चैलेंज कर रहे हैं। जनता ने चुना है उस व्यक्ति को। जनता ने जब चुनकर भेजा है तो प्रधानमंत्री बने हैं। जनता ने तेजस्वी यादव को वोट दिया तो उप-मुख्यमंत्री बने। इस तरह की हल्की बात नहीं करनी चाहिए कि कोई नौवीं फेल है या कोई पोस्ट ग्रेजुएट है। आप जब पब्लिक लाइफ में हैं तो जनता आपसे क्या अपेक्षा करती है। राजनीति सेवानीति है. आप जनता की कितनी सेवा कर रहे हो वो महत्वपूर्ण है.”

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अफसर रह चुके आरसीपी ने पढ़े-लिखे नेताओं की बहस में कूदते हुए कहा- “पता चला कि आप पीएचडी किए हैं, डॉक्टरेट हैं लेकिन जनता से कोई लगाव नहीं है। तो क्या कहेगा कि ये डॉक्टरेट हैं तो बड़े अच्छे राजनीतिज्ञ हैं या बड़े अच्छे लोकसेवक हैं। जनता के प्रति आपका समर्पण कितना है, ये पता चलता है चुनाव के समय। अगर जनता ने वोट दे दिया, वो एमपी, एमएलए बन गए तो वो आगे मंत्री, मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन गए तो आप उनकी शैक्षणिक योग्यता पर क्या सवाल उठा रहे हैं।”

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