कई मौकों पर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से एकता का इशारा कर चुके प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का धैर्य अब तक भतीजे की ओर से बुलावा नहीं मिलने से टूटने लगा है। सोमवार को उन्होंने यह जाहिर किया। बोले-अब बहुत हो गया भतीजे के बुलावे का इंतजार।
प्रसपा अपने बलबूते पर चुनाव मैदान में उतरेगी :
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमने पूरा समय दिया, अब अक्टूबर से प्रसपा अपने बलबूते पर चुनाव मैदान में उतर जाएगी। कई दल प्रसपा के साथ होंगे। शुभ मुहूर्त में सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा शुरू करके 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐसी स्थिति कर देंगे कि बगैर प्रसपा के कोई सरकार नहीं बना पाएगा। प्रसपा अध्यक्ष ने सोमवार को जिला सहकारी बैंक के संचालक मंडल की बैठक के बाद अपने पुत्र पीसीएफ चेयरमैन आदित्य यादव संग मीडिया से बातचीत में अखिलेश का नाम लिए बिना कहा कि वह अंसारी बंधुओं सहित कई पूर्व प्रधानों को पार्टी से जोड़ रहे थे। उस समय विरोध नहीं किया जाता है तो प्रदेश के हालात आज दूसरे होते।
विपक्ष का कार्य कर रहे हैं किसान :
प्रसपा प्रमुख ने कहा, सरकार के गलत निर्णयों और कानूनों का विरोध करना विपक्ष का कार्य है, आज यह भूमिका किसान नेता निभा रहे है। विपक्ष जोरदारी से विरोध करे तो सबकुछ दुरुस्त हो सकता है। उन्होंने आगरा जेल में विधायक बृजेश मिश्रा, कमलेश पाठक अन्य से मुलाकात के संबंध में कहा कि राजनीति के क्षेत्र में यह सब होता है। भाजपा सरकार बदले की भावना से विरोधियों को फंसा रही है।
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